नयी दिल्ली .... केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को श्रीनगर में केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि केन्द्र सरकार, जम्मू और कश्मीर में चिरस्थायी शांति स्थापित करने तथा आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करने के प्रति कटिबद्ध है।
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बैठक में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, आसूचना ब्यूरो, सेना प्रमुख, कोर कमांडर (उत्तरी कमान), जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव , पुलिस महानिदेशक, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशकों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने केन्द्र शासित प्रदेश में चिरस्थायी शांति स्थापित करने और आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करने का सरकार का संकल्प दोहराया और आतंकी घटनाओं, घुसपैठ और आतंकवादी संगठनों में युवाओं की भर्ती में उल्लेखनीय कमी के लिए सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया और कहा कि सरकार के निरंतर और समन्वित प्रयासों के कारण जम्मू और कश्मीर में देश के शत्रुओं द्वारा पोषित आतंकवाद का पूरा इकोसिस्टम ध्वस्त हो गया है।
श्री शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए समन्वित दृष्टिकोण के साथ प्रयास जारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एरिया डोमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान के क्रियान्वयन पर मिशन मोड में काम करना चाहिए। उन्होंने ने सभी एजेंसियों द्वारा समन्वित तरीके से काम करने पर ज़ोर दिया जिससे केन्द्र शासित प्रदेश में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद हासिल की गई उपलब्धियों को बरकरार रखा जा सके और ‘आतंकवाद मुक्त जम्मू और कश्मीर’ के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ज़रूरी सभी संसाधन उपलब्ध करा रही है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने इस वर्ष 3 जुलाई से 9 अगस्त तक होने वाली श्री अमरनाथजी यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की और संबंधित एजेंसियों को पवित्र यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।