हलिया (मिर्ज़ापुर): ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के बरबसा गहरवार गांव में गुरुवार दोपहर महिला ने पक्के मकान की छत के चूल्ले में साड़ी का फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बरबसा गहरवार गांव निवासी रविशंकर केसरवानी की 32 वर्षीया पत्नी सरिता केसरवानी पति से किसी बात को लेकर हुई कहासुनी के बाद दोपहर में कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। महिला ने अपने मायके में मां सरोजा देवी को फोन कर बताया कि वह फांसी लगाने जा रही है। बेटी की बात सुनकर सरोजा देवी घबरा गई और दामाद रविशंकर को फोन कर बेटी को कमरे में जाकर देखने के लिए कहा। महिला का पति रविशंकर घर के भीतर गया तो देखा तो कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। दरवाजा खोलने के लिए पत्नी को आवाज लगाई लेकिन भीतर से कोई आवाज नही आने पर दौड़कर अगल बगल के लोगों को बुलाया और दरवाजा खोलने का प्रयास करने लगा। किसी तरह से दरवाजा तोड़कर खोला तो देखा कि पत्नी फंदे पर झूली है। महिला को आनन-फानन में फंदे से नीचे उतारा लेकिन तबतक महिला की मौत हो चुकी थी। महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों की सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज एसआइ भरत राय ने घटना की जांच पड़ताल करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।महिला के पति रविशंकर ने बताया कि पत्नी सरिता ने सुबह घरेलू बात को लेकर कहासुनी की थी और नाराज होकर फांसी लगाकर जान दे दी। महिला को चार बेटी और एक बेटा है।मृतका के देवर की 29 अप्रैल को शादी होने वाली थी लेकिन शादी की खुशी गम में बदल गई। प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि बरबसा गहरवार गांव में महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी है। घटना की जांच-पड़ताल की जा रही है।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।