- कांड पर कांड कर अपना और अधिकारियों की तिजोरी भरता चला गया अनमोल रतन
- गम्भीर मामलों में चल रही जांचों का नतीजा जीरो, बैक सपोर्ट में दो जिम्मेदार अधिकारी
गाजीपुर। ‘चोर-चोर मौसेरे भाई’ वाली कहावत जिले के बिजली विभाग खासतौर से विद्युत वितरण खंड नगर पर बिल्कुल सटीक बैठी है। यहां एक गम्भीर प्रकरण चल रहा है, जिसमें हो रही जांच के नतीजे को शून्य करने के लिए विभाग के अधिकारी अपने ‘अनमोल रतन’ के सपोर्ट में खड़े हो गये है। सपोर्ट भी ऐसा कि इसे फ्रंट या बैक कुछ भी कह सकते है। मामला अवैध ‘लाइट शिफ्टिंग’ का है, जिसमें विभाग का ही एक जिम्मेदार अधिकारी फंस रहा है। इस अधिकारी विभाग में ‘अनमोल रतन’ ने नाम फेमस है। क्योकि इस अधिकारी के ‘टच’ में जो भी उच्चाधिकारी रहता है उसकी तिजोरी कभी भी काली कमाई से खाली नहीं रहती है। अनमोल रतन के नाम से फेमस इस अधिकारी पर ‘एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी’ वाली कहावत भी बिल्कुल फिट बैठती है, लेकिन जनाब! कोई क्या करे यहां तो ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार के तने व जड़े इतनी मजबूत हो गई है कि इन्हें उखाड़ फेंकना सिर्फ ऊर्जा मंत्री के ही बस की बात है। जनाब! ऊर्जा मंत्री का जिक्र जब आ ही गया है तो बताते चले कि उनके एक करीबी के परिचित का मामला भी विभाग के इसी अनमोल रतन से फंस गया था। इस अनमोल रतन ने कनेक्शन के नाम पर अपने दलाल के माध्यम से उपभोक्ता से 12 हजार रुपये ऐढ़ लिये थे और कनेक्शन लगाने में दबंगई भी दिखा रहा था। हालांकि बाद में मामला ‘डीएनए’ समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद अनमोल रतन बैकफुट पर आया, लेकिन तब तक ऊर्जा मंत्री के संज्ञान में यह मामला पहुंच गया। ऊर्जा मंत्रालय से आये लेटर पर विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन आज तक जांच पूरी ही नहीं हुई। ठीक यही हाल अवैध ‘लाइट शिफ्टिंग’ मामले का हो गया है। ‘डीएनए’ समाचार पत्र ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया और किसी पाठक ने खबर को ऊर्जा मंत्री से लगाय पूर्वांचल विद्युतरण वितरण निगम के तमाम अधिकारियों के ट्वीटर पर ट्वीट भी कर दिया। तत्काल रिपांस भी मिलने लगा। इस मामले में विद्युत वितरण निगम वाराणसी मंडल से जांच कर कार्रवाई का निर्देश भी जारी किया गया। यहां से भी ट्वीट का जबाब ट्वीट से भेजा गया कि तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी, लेकिन एक सप्ताह बीतने को है और जांच का नतीजा अभी तक कुछ नहीं निकला है।
इनसेट
धनलक्ष्मी की वर्षा कर अफसरों को कर दिया है खामोश
विभाग में चर्चा है कि ‘अनमोल रतन’ ने धनलक्ष्मी की वर्षा कर जांच अधिकारी समेत अपने आला अधिकारियों को खामोश कर दिया है। इसमें कहा तक सच्चाई है यह तो विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ही बता सकते है, लेकिन इतनी सच्चाई तो जरुर है कि यहां के जिम्मेदार अधिकारी किसी भी सूरत में अपने अनमोल रतन को बचाने के प्रयास में है। इस प्रयास में वह कहा तक सफल हो पाते है यह तो बताना मुश्किल है, लेकिन सच्चाई यही है ‘ऑपरेशन सपोर्ट’ जोरो पर है।
एलआईयू ने भी भेजी रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक अवैध ‘लाइट शिफ्टिंग’ के मामले में एलआईयू ने भी जांच पड़ताल की थी और इसकी रिपोर्ट विभाग के स्थानीय अधिकारियों समेत विभागीय उच्चाधिकारियों को शासन को भेज दिया है। इस सम्बंध में एलआईयू के स्थानीय अधिकारियों ने बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से वार्ता भी की है।
वर्जन
ऐसा कुछ भी नहीं है। दोनों मामलों में जांच चल रही है। विभागीय जांच है देर सबेर होगा ही, लेकिन जांच किसी भी कीमत पर प्रभावित नहीं होगी। निष्पक्ष तरीके से जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई अवश्य की जायेगी। विवेक खन्ना-अधीक्षण अभियंता