बलरामपुर। पचपेड़वा विकास खंड के विशुनपुर टनटनवा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के काम में तीन तालाबों के जीर्णोद्धार के नाम पर रकम हड़पने का आरोप लगाते हुए बीडीओ मोहित दुबे ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तहरीर में कहा गया था कि विशुनपुर टनटनवा में मनरेगा के अंतर्गत तीन तालाबों पर जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया था। अनियमितता की शिकायत यह थी कि डाक्टर अय्यूब के खेत के पास व नहर के निकट तालाब निर्माण के नाम से मनरेगा के अन्तर्गत 58 लाख 34 हजार 466 रूपये का खर्च दिखाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध सरकारी धन का गबन, धोखाधड़ी व जालसाजी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। हांलांकि इस मामले में जांच के दौरान 38 लाख 49 हजार रूपयों की गबन का खुलासा हुआ था। थानाध्यक्ष पचपेड़वा सतेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि गुरुवार को पुलिस टीम ने ग्राम प्रधान अब्दुल वहाब पुत्र छेदी रोजगार सेवक मोहम्मद जुबेर पुत्र रफीक, ग्राम विकास अधिकारी गिरिजा शंकर निवासी ग्राम दीनापुर मलाई थाना बरसेठिया जनपद जौनपुर, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अतुल कुमार मिश्रा निवासी राजीव नगर कल्यानपुर थाना विकासनगर लखनऊ, अवर अभियंता प्रदीप कुमार चौधरी निवासी बरौवा भदौली कोतवाली देहात बहराइच व ग्राम विकास अधिकारी अजय यादव निवासी बेलहर थाना सहजनवां को गिरफ्तार कर न्यायालय रवाना किया गया। जांच के दौरान प्रकाश में आया कि प्रधान, जेई, पंचायत सचिव, ग्राम विकास अधिकारी व अन्य ने सुनियोजित तरीके से सरकारी धन का गबन व बंदर बांट करने के लिए फर्जी तरीके से तालाब जीर्णोद्धार व निर्माण करने के लिए गलत प्रस्ताव पारित किया। मनरेगा मजदूरों का फर्जी एवं कूट रचित मस्टर रोल तैयार कर 38 लाख 49 हजार रुपये का गबन किया गया है। अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह, कांस्टेबल सतेंद्र प्रताप सिंह शामिल रहे।