हमीरपुर ... मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय हमीरपुर में शुक्रवार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) बांदा ने छापा मारकर तैनात लिपिक को चिकित्सा प्रतिपूर्ति के नाम पर 21 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम ने प्राथमिक पूछताछ के बाद कंप्यूटर ऑपरेटर को निर्दोष मानते हुए छोड़ दिया।
टीम प्रभारी जाकिर हुसैन ने जानकारी दी कि मुख्यालय के रमेडी मोहल्ला निवासी उदय नारायण साहू ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सीएमओ कार्यालय में कार्यरत लिपिक पुष्पेंद्र सिंह उससे चिकित्सा प्रतिपूर्ति पास कराने के एवज में 21 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा है। शिकायत के सत्यापन के बाद शुक्रवार को टीम ने योजना के अनुसार हमीरपुर स्थित सीएमओ कार्यालय में छापा मारा और रिश्वत लेते समय पुष्पेंद्र सिंह को रंगेहाथ पकड़ लिया।
टीम के अनुसार, पुष्पेंद्र सिंह के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक यादव भी पकड़ा गया, लेकिन जांच के दौरान उसकी संलिप्तता न पाए जाने पर उसे थाने से रिहा कर दिया गया। पूछताछ में गिरफ्तार लिपिक ने टीम को बताया कि वह प्राप्त रिश्वत की राशि का पचास प्रतिशत हिस्सा नोडल अधिकारी और चालीस प्रतिशत मुख्य चिकित्सा अधिकारी को देता है। टीम ने सुमेरपुर थाने में आरोपी के विरुद्ध संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।