नयी दिल्ली, .... उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मंगलवार को होने वाले मतदान में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन और विपक्षी इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी के भाग्य का निर्णय लोकसभा और राज्यसभा के 781 सदस्य तय करेंगे। संख्या बल और राजनीतिक गणित को देखते हुए श्री राधाकृष्णन का उप राष्ट्रपति चुना जाना लगभग तय है।
मतदान नये संसद भवन में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक होगा और मतों की गिनती शाम छह बजे से होगी। परिणाम रात तक घोषित किये जाने की उम्मीद है।
दोनों सदनों में गणित राजग के पक्ष में होने के मद्देनजर श्री राधाकृष्णन की जीत लगभग तय है। चुनाव से ठीक पहले दो दलों- ओडिशा के बीजू जनता दल और तेलंगान के भारत राष्ट्र समित (बीआरएस) के मतदान से अपने को दूर रखने के निर्णय और आंध्र प्रदेश के वाईएसआर कांग्रेस द्वारा राजग उम्मीदवार को समर्थन देने के निर्णय से श्री राधाकृष्णन की विजय की संभावनाएं और मजबूत हो गयी हैं।
उपराष्ट्रपति पद के लिए इस चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा तैयार निर्वाक मंडल (मतदाता सूची) में लोकसभा के 542 वर्तमान सदस्य और राज्य सभा के 239 सदस्य वोट कर सकेंगे। इस तरह निर्वाचन मंडल में कुल 781 सदस्य हैं । इस तरह किसी भी उम्मीदवार को जीतने के लिए कम से कम 391 वोटों की आवश्यकता होगी।
उप राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के सभी सांसद मतदान करते हैं। लोकसभा की कुल सदस्य संख्या 543 हैं। इनमें एक सीट खाली है जबकि 245 सदस्यी राज्य सभा में छह सीटें रिक्त हैं। इस तरह इस चुनाव में कल लोक सभा के 542 और राजय सभा के 239 सदस्य वोट दे सकते हैं।
विधान के अनुसार प्रत्येक मतदाता के वोट का मूल्य एक है। इनमें कोई मतदता वरीयता क्रम के साथ दोनों प्रत्याशियों को वोट दे सकता है। ऐसा मतदाता दूसरे मतदाता के नाम के समक्ष वरीयता क्रम दर्ज नहीं करता है तो भी उसका मतपत्र अवैध नहीं होगा लेकिन प्रथम वरीयता का उसका वोट ही गिना जाएगा।
दोनों सदनों में संख्या बल और राजनीतिक समीकरण को देखते हुए राजग के पास जीत के लिए पर्याप्त समर्थन है। बीजद और बीआरएस के मतदान में भाग न लेने की घोषणा के बाद किसी उम्मीदवार को जीत के लिए 386 मतों की जरूरत होगी।
लोकसभा में राजग घटक दलों के 293 और राज्यसभा में 134 सदस्य हैं। इसके अलावा सत्तारूढ गठबंधन को वाईआरएस कांग्रेस के लोक सभा के चार और राज्य सभा के सात सदस्याें का समर्थन मिल गया है।
उप राष्ट्रपति चुनाव श्री जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य संबंधी कारणों से इस्तीफा देने के कारण कराया जा रहा है।