गाजीपुर । यूपी पुलिस व एसटीएफ को नाकों चना चबाने पर मजबूर कर देना वाला ‘लखटकिया’ टॉप मोस्ट वांटेड अपराधी इंद्रदेव सिंह उर्फ बीकेडी ने खुद का और गैंग से जुड़े अपने भरोसेमंद लोगों का अकूत काला साम्राज्य स्थापित करने के लिए ‘रियल स्टेट’ की धंधे में घुसपैठ कर ली है। पूर्वांचल के मिर्जापुर, सोनभद्र के साथ ही गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, लखनऊ समेत कई जिलों में बीकेडी के गुर्गे उसकी पहचान छिपाकर रियल स्टेट का धंधा कर रहे हैं। अपराध जगत से जुड़े सूत्रों की माने तो गाजियाबाद समेत उधर के आसपास के कई जिलों में भी बीकेडी के लोग रियल स्टेट के धंधे को रन-वे में ला चुके है। कुल मिलाकर रियल स्टेट के धंधे में बीकेडी की खासी धमक हो गई है। यह दिगर है कि खुद सामने नहीं आता है। उसके पूरे रियल स्टेट के कारोबार को उसके खास गुर्गो ने सम्भाल रखा है। सूत्र बताते है कि जरुरत पड़ने पर ही वह अपना नाम छिपाकर पार्टी के सामने आता है। वह समय भी ऐसा होता है जब उसे वहां पहचानने वाला कोई नहीं होता है।
इस तरह फैला बीकेडी के रियल स्टेट का कारोबार
अपराध जगत से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पूर्वांचल के माफियाओं से अलग-धलग रहने वाले बीकेडी का आर्थिक साम्राज्य पूर्व में काफी कमजोर था। ऐसे में उसने कई कारोबार में हाथ-पांव चलाये, लेकिन उसे हमेशा डर बना रहता था कि कहीं उसकी पहचान न उजागर हो जाये। इसलिए उसने रियल स्टेट के धंधे में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। सूत्र बताते है कि वर्ष 2016 में बीकेडी ने लखनऊ के एक पाश इलाके में काफी लम्बा-चौड़ा प्लाट एग्रिमेंट कराया और वहीं से अपने आर्थिक साम्राज्य को मजबूत करने के प्रयास में जुट गया। धीरे-धीरे उसके गुर्गो की संख्या बढ़ने लगी तब उसने मिर्जापुर और सोनभद्र जिले में भी अपनी पैठ जमाकर रियल स्टेट का कारोबार शुरु कर दिया।
गाजीपुर जिले में भी बीकेडी के लोग है रिया स्टेट के धंधे में सक्रिय
अपराध जगत से जुड़े सूत्रों की माने तो गाजीपुर शहर समेत ग्रामीण इलाकों में खासतौर से सादात ब्लाक आसपास के कई और स्थानों पर बीकेडी के लोग प्रापर्टी डिलिंग का काम करते है। सूत्र बताते है कि गाजीपुर जिले से बीकेडी की पुरानी पहचान है। हालांकि कभी भी वह यहां लम्बे समय तक नहीं रहा, लेकिन उसके विश्वसनीय लोगों की शुमार में गाजीपुर के कई लोग शामिल है और यहीं लोग उसके रियल स्टेट के धंधे से जुड़े हुए है।
रियल स्टेट के कई ग्रूप से जुड़े हुए है बीकेडी के तार
वाराणसी हो या फिर लखनऊ या फिर नोएडा कई जगहों पर रियल स्टेट के धंधे के जुड़े बड़े-बड़े ग्रूपों में बीकेडी की अपनी एक पहचान है। सूत्र बताते है कि इन बड़े-बड़े ग्रूपों से जुड़े लोगों की अन्य अपराधियों से सुरक्षा देने के नाम पर बीकेडी ने इनका साथ पकड़ा औक्र धीरे-धीरे इस धंधे में अपने नाम का सिक्का चलाने लगा। हालांकि यह दिगर है कि डिलिंग लम्बी हो या फिर छोटी किसी भी जगह पर बीकेडी खुद नहीं पहुंचता है। बल्कि उसके करीबी ही पूरी डिलिंग को सम्भालते है और धंधे का मुनाफा उस तक पहुंच जाता है।
अलग-अलग नामों से चलता है रियल स्टेट का धंधा
अपराध जगत से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बीकेडी अपने रियल स्टेट का पूरा धंधा काफी गुप्त तरीके से संचालित करता है। इस धंधे में उसके काफी लोग मददगार है। मददगार भी ऐसे है जो खुद के नाम पर अपनी फर्म को रजिस्टर्ड कराये हैं इसमें बीकेडी का कही नामो निशान भी नहीं है फिर भी धंधे में वह अप्रत्यक्ष रुप से पार्टनर भी है।
सस्ते दाम में खरीदते है विवादित जमीनें
बीकेडी के रियल स्टेट के कारोबार से जुड़ा एक और मामला सामने आया है। सूत्र बताते है कि पूर्वाचल के जिन जिलों में बीकेडी की धमक है वहां उसके लोग विवादित जमीनों पर नजर गड़ाये रहते है। दो पार्टी के विवाद में फंसी जमीन को खरीदने के लिए यह लोग एक पार्टी को अपने पक्ष में करके यह लोग उक्त जमीन को औने-पौने दामों पर खरीद लेते है और दूसरी पार्टी पर दबाव बनाकर मामला हल करा देते हैं इसके बाद वह उक्त जमीन को महंगे दामों पर बेच देते है।