बहादुरगंज। बहादुरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन रियाज अहमद अंसारी, उसकी पत्नी निकहत अंसारी समेत रिश्तेदारों की 6.7 करोड़ की संपत्ती कुर्क की गई। डीएम के आदेश पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कासिमाबाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ने कुल चिन्हित 5 स्थानों पर कुर्की की कार्रवाई कराई। इस दौरान मुनादी भी कराई गई। इससे हड़कंप मचा रहा।
एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि आईएस-191 गैंग के सहयोगी रियाज अहमद अंसारी, उसकी पत्नी निकहत परवीन, दामाद ऐहतशाम कलीम अंसारी और साले साले कमाल अहमद ने कई बेनामी संपत्ति अपराध से अर्जित धन से बनाई है। प्रभारी निरीक्षक मरदह की रिपोर्ट के आधार पर गैंगस्टर एक्ट में कुर्क करने का आदेश जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने दिया। जिसके बाद वार्ड नंबर 11 दक्खिन टोला, बहादुरगंज में कई जगहों पर स्थित जमीन को कुर्क किया गया। इसकी अनुमानित कीमत 6.70 करोड़ रुपये है। इस कार्रवाई का नेतृत्व उप जिलाधिकारी कासिमाबाद आशुतोष कुमार, सीओ कासिमाबाद चोब सिंह, कासिमाबाद कोतवाल आरएस नागर, मरदह कोतवाल धर्मेंद्र पांडे, तहसीलदार जया सिंह, चौकी इंचार्ज आशुतोष शुक्ला आदि मौजूद रहे।
बता दें कि रियाज अंसारी बहादुरगंज का चेयरमैन है। वहीं उसकी पत्नी निकहत अंसारी पूर्व चेयरमैन रह चुकी है। फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे नौकरी लेने और इस साजिश में शामिल होने का सबसे पहला केस दर्ज हुआ था। जिसमें निकहत को कई महीने तक जेल में रहना पड़ा था। हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद जब रियाज अंसारी व उसकी पत्नी निकहत अंसारी घर लौटा तो एक जमीन पर जबरन कब्जा करने और धमकी देने का मामला कासिमाबाद थाने में दर्ज हुआ। इस मामले में रियाज के रिश्तेदार भी वांछित थे। जिसमें पुलिस ने रियाज, उसकी पत्नी निकहत व साले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। फिलहाल सभी जेल में बंद है।