_ रुपए 99,200/ का नकली नोट, प्रिंटर मशीन और दो बाइक बरामद
_ स्वाट/सर्विलांस और थाना खानपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मिली सफलता
_ शातिर किस्म के अपराधी विजय भारती पर उत्तर प्रदेश सहित राजस्थान में दर्ज हैं कुल 31 मुकदमा
गाजीपुर। स्वाट व सर्विलांस और थाना खानपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नकली नोट बनाने और नोटों को बाजार में वितरण करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उनके कब्जे से 500 रुपए के तीस नोट, 200 के 276 और 100 रुपए के 290 नकली नोट बरामद किए गए, जिसकी कुल कीमत 99,200 सौ रूपये है। साथ ही नोट बनाने की प्रिंटर मशीन, नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले पेपर और दो मोटर साइकिल बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता मिली। पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है।
रविवार को बिहारीगंज डगरा करमपुर मोड़ व शिवदास पोखरा मोड़ से स्वाट/सर्विलांस और थानाध्यक्ष खानपुर की संयुक्त पुलिस टीम ने नकली नोट बनाने व नोटों को बाजार में सप्लाई/वितरण करने वाले अन्तर्राज्यीय (बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड आदि) गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से पांच सौ के 30 नोट, दो सौ के 276 और सौ रुपए के कुल 290 नकली नोट बरामद हुए, जिसकी कुल कीमत 99,200/ रुपए तथा नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले 15 पीस पेपर, नोटों की फीडिंग का 34 पीस पेपर तथा नकली नोट बनाने की प्रिंटर मशीन और एक ही व्यक्ति की फोटो लगी अलग-अलग नाम पते से बने चार कूटरचित आधार कार्ड, दो बाइक बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की गई। पुलिस गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्तगणों के विरुद्ध थाना खानपुर पर सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है। ज्ञात हो कि अभियुक्त विजय भारती के ऊपर अलग-अलग राज्यों में लगभग 30 मुकदमें पंजीकृत हैं, जो पूर्व में कई बार जेल जा चुका है और पिछले करीब चार वर्षों से फरार चलने के कारण कई मुकदमों में वांछित है। इससे बचने के लिए वह अलग-अलग नाम पता का आधार कार्ड इस्तेमाल कर अपनी पहचान छुपाकर लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। गिरफ्तार किए जाने वालों में 54 वर्षीय विजय भारती पुत्र स्व. फूलचन्द भारती निवासी ग्राम सिधौना थाना खानपुर, 22 वर्षीय विशेन यादव पुत्र स्व. धर्मराज यादव निवासी ग्राम रायपुर बाघपुर थाना मरदह तथा 24 वर्षीय अमित यादव उर्फ मोनू पुत्र राजेन्द्र यादव निवासी ग्राम करदहा कैथोली थाना मरदह शामिल हैं।
पूछताछ में विजय भारती ने बताया कि उसका आजमगढ़ जिले के मेहनाजपुर में डालिम्स सनबीम मेहनाजपुर नामक स्कूल है और स्कूल के एक कमरे में प्रिन्टर मशीन के माध्यम से नकली नोट तैयार किया जाता है। नोट तैयार करने के पश्चात् वह विशेन यादव पुत्र स्व. धर्मराज यादव और अमित यादव उर्फ मोनू पुत्र राजेन्द्र यादव के माध्यम से अगल–बगल के जिलों तथा राज्यों (बिहार, झारखण्ड, राजस्थान व दिल्ली आदि) में सप्लाई कर अपने तथा अपने साथियों के लिए आर्थिक एवं भौतिक लाभ प्राप्त करता है। इसी से यह लोग अपने परिवार का भरण–पोषण व शौक पूरे करते हैं। अब तक लगभग करोडों रुपयों के नकली नोट बाजार में खपाया जा चुका है। अभियुक्त विजय भारती द्वारा बताया गया कि पहले भी उसके विरुद्ध विभिन्न राज्यों व जिलों में इस तरह के कई मुकदमें लिखे जा चुके हैं, जिसमें वह पहले भी जेल जा चुका है। इसी कारण लगातार पुलिस उसकी तलाश में रहती है जिससे बचने के लिए वह अलग-अलग नामों के पहचान पत्र (आधार कार्ड) का प्रयोग करता है। विजय भारती के ऊपर उत्तर प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न थानों में कुल 31 मुकदमे, अमित यादव के ऊपर जनपद के थानों में चार तथा विशेन यादव पर एक मामला दर्ज है। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी स्वाट/सर्विलांस मय टीम और थानाध्यक्ष खानपुर मय टीम शामिल रहे।