गाजीपुर। गोली मारना किसी और संजय को था और मार दिया दूसरे संजय को। यानि गलतफहमी में यह घटना हुई। पुलिस के कहानी को माने तो गांव समाज की जमीन को लेकर चल रहे मुकदमे में पैरवी करने पर बदमाशों ने जिस संजय पासी को गोली मारकर घायल किया है वह संजय पैरोकार नहीं बल्कि दूसरा संजय है। हालांकि क्राइम ब्रांच ने घटना का खुलासा कर दिया है। इस मामले में स्वाट और सर्विलांस टीम ने घटना को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को भी पकड़ लिया है, लेकिन अभी पुलिस ने इस कार्रवाई को उजागर नहीं किया है। सूत्रों की माने तो इस घटना के मेन सूत्रधार की भी पहचान हो गई है। क्राइम ब्रांच की टीम उसे दबोचने में जुटी हुई है।
बताते चले कि खांवपुर गांव निवासी संजय पासी को बीते 20 अप्रैल को महाराजगंज बाजार में बदमाशों ने गोली मार दी थी। उसे चार गोलियां लगी थी फिर भी वह बच गया। वाराणसी के जिस अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है वहां वह पूरी तरह से खतरे से बाहर बताया जा रहा है। पहले तो इस मामले में पुलिस ने जुए के खेल को संचालित करने का विवाद की दिशा में काम किया, लेकिन जांच में दूसरा ही मामला सामने आया। चौंका देने वाला मामला सामने आने के बाद पुलिस ने अपने जांच की दिशा को घुमा दिया। सूत्रों के अनुसार बकराबाद गांव के प्रधान और उसकी गांव के रहने वाले कुछ लोगों के बीच ग्राम पंचायत की जमीन के पट्टे को लेकर मुकदमेबाजी चल रही है। यह केस प्रधान के पक्ष में होने वाला था। सूत्र बताते है कि केस की पैरवी करने वाले युवक का भी नाम संजय पासी है। ऐसे में विपक्षियों ने संजय पासी निवासी बकराबाद को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया ताकि मुकदमे की पैरवी सही ढंग से न होने पाये। इसके लिए विपक्षियों ने मुखबिर को सक्रिय किया। मुखबिर ने सूचना दी कि संजय महाराजगंज के पास मंदिर में है और वह यहां से बाइक से महाराजगंज की ओर जायेगा। उधर खांवपुर का संजय पासी भी मंदिर पर ही था। दोनों संजय ने सफेद रंग का शर्ट पहना था। ऐसे में घटना को अंजाम देने वाले बदमाश दिग्भ्रमित हो गये। बदमाशों ने महाराजगंज बाजार के पास संजय को आवाज लगाई। आवाज सुनकर खांवपुर गांव का संजय रुक गया तब बदमाश समझ गये कि यहीं संजय उनका शिकार है और बिना सोचे समझे उसपर गोलियां तड़तड़ा दी। उधर मुकदमे की पैरवी करने वाला संजय अपने घर चला गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को पकड़ लिया गया है। हालांकि घटना में तीन बदमाश शामिल थे, लेकिन अभी तीसरे को पुलिस दबोच नहीं पाई है। पकड़े गये बदमाश मोहांव गांव के रहने वाले बताये जा रहे है। अभी पुलिस ने घटना का खुलासा नहीं किया है।