नयी दिल्ली.... बिहार की मतदाता सूचियों की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया में अब केवल 5.8 प्रतिशत मतदाताओं के मतगणना-फार्म जमा होने बाकी है। यह जानकारी आयोग ने गुरुवार शाम जारी एक विज्ञप्ति में दी।
अधिकारियों ने अब तक पाया है कि राज्य की सूची में 4.5 प्रतिशत ऐसे लोगों के नाम हैं जिनका या तो निधन हो गया है या वे स्थायी रूप से बाहर चले गए हैं या सूची में उनके नाम कई जगहों पर पंजीकृत हैं।
आयोग को मिले गणना फार्मों के आधार पर ही राज्य की नयी मतदाता सूची का मसौदा पहली अगस्त को जारी किया जाना है। सभी मतदाताओं के लिए आयोग द्वारा घर-घर वितरित गणना-फार्म भरने के लिए अभी आठ दिन का समय बाकी है।
आयोग ने कहा है कि राज्य में कुल 7,89,69,844 पंजीकृत मतदाताओं में से आज शाम छह बजे तक 7,08,18,162 89.7 मतदाताओं (89.7 प्रतिशत) ने अपने फार्म जमा करा दिये थे। इनमें से 6,70,59,222 फार्म ( 84 .9 प्रतिशत) फार्म आयोग के डिजिटल प्लेटफार्म पर अपलोड किये जा चुके हैं।
आयोग के अनुसार 35,69,435 मतदाता (4.5 प्रतिशत) अपने पते पर नहीं पाये गये। इनमें से 12,55,620 यानी (करीब 1.59 प्रतिशत) की संभवतः अब तक मृत्यु हो चुकी है और 17,37,336 (करीब2.2 प्रतिशत) स्थायी रूप से निवास-स्थान परिवर्तित कर चुके हैं। इसके अलावा 5,76,479 (0.73प्रतिशत) ऐसे मतदाताओं की पहचान हुई है, जो एक से अधिक स्थान पर पंजीकृत हैं।
आयोग के अनुसार अब 45,82,247 मतदाताओं ( 5.8 प्रतिशत ) के गणना फार्म प्राप्त होने बाकी है।
राज्य का कोई भी मतदाता ईसीआई-नेट ऐप या वेबसाइट वोटर्स.ईआईसी.जीओवी.इन पर अपने गणना फॉर्म की स्थिति की जांच कर सकता है।
राज्य भर में मतदाताओं को फार्म भरने में मदद के लिए सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के सभी 5,683 वार्डों में विशेष शिविर भी लगाये जा रहे हैं।
आयोग कह चुका है कि ऐसे लोग, जो अस्थायी रूप से बिहार से बाहर प्रवास कर चुके हैं, वे भी अपने मोबाइल फोन से ईसीआई-नेट ऐप या वोटर्स.ईआईसी.जीओवी.इन के माध्यम से ऑनलाइन गणना फॉर्म भर सकते हैं।
ऐसे मतदाता पहले से भरे हुये गणना फॉर्म को डाउनलोड कर सकते हैं और अपने भरे हुए फॉर्म सीधे बीएलओ को दे सकते हैं या अपने परिवार के जरिए व्हाट्सएप या किसी भी माध्यम से उनसे साझा कर सकते हैं।