नयी दिल्ली .... संसदीय कार्य मंत्री किरेण रिजिजू ने कहा है कि विपक्ष की भूमिका केवल देश तथा सरकार की आलोचना तक सीमित नहीं रहती बल्कि उसे देश को आगे बढाने में भी सकारात्मक योगदान देना चाहिए।
श्री रिजिजू ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को हमेशा प्रधानमंत्री और देश की आलोचना नहीं करनी चाहिए।
संसद के मानसून सत्र से पहले विपक्षी नेताओं को विश्वास में लेने की सरकार की कोशिशों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते वह विपक्षी नेताओं के साथ तालमेल बनाये रखने के लिए उनसे मुलाकात करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वह कल ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और श्री गांधी से मिले थे।
उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे या समस्या का समाधान बातचीत से ही संभव होता है केवल हंगामे से कुछ लाभ नहीं होता। उन्होंने कहा कि इससे देश का भला नहीं होता।
श्री रिजिजू ने कहा कि भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए कभी भी प्रधानमंत्री की विदेश नीति को लेकर आलोचना नहीं की। विदेश नीति के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष की आवाज एक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री गांधी जिस तरह से विदेश नीति को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हैं उससे वह लोगों को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं और ऐसा लगता है कि वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि श्री गांधी समय समय पर देश की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते रहते हैं।