लखनऊ (डीएनएन)। राजधनी लखनऊ में सीएसआईआर स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2025 के समापन समारोह का सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने स्टॉलों पर जाकर स्टार्टअप और इनोवेशन के बारे में जानकारी ली। बच्ची को टॉफी दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आज का समय टेक्नोलॉजी का समय है। विज्ञान के क्षेत्र में जो जितना प्रगतिशील होगा, दुनिया उसके पीछे जाएगी। जो इनोवेशन को बढ़ावा देगा, वही दुनिया को लीड करेगा। ये हमारा सौभाग्य है कि सीएसआईआर की 4 लैब, लखनऊ में है। जिससे रिसर्च के अलावा आम नागरिकों के लिए कई अहम शोध हुए हैं। उन्होंने कहा कि पहले लैब के शोध लैंड तक नहीं पहुंच पाते थे, पर अब ये लैंड तक पहुंच रहे हैं। इस कॉन्क्लेव से लैब से वो इंडस्ट्री तक पहुंच रहे हैं, तभी ये पब्लिक को आकर्षक बना पाएगा। यूपी ग्लोबल टेक और इनोवेशन का नया हब बन रहा है। पहले भी हमारे पास ये सब चीजें थी, पर हम उसमें कुछ चेंज लाये हैं। इसका एक उदाहरण एक जिला एक उत्पाद है। 2017 में सरकार आने के बाद हमने एक नया ईको सिस्टम डेवलप किया, जिसका परिणाम है कि एमएसएमई पुनर्जीवित हो गया। 9600 से ज्यादा एमएसएमई आज यूपी में है। दो करोड़ से ज्यादा लोग यहां रोजगार पा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा सबसे पहले जितेंद्र सिंह को हृदय से आभार देते हुए पीएम को धन्यवाद देता हूं कि लखनऊ में इस कॉन्क्लेव आयोजित किया है। जिससे हमारे संस्थानों, वैज्ञानिकों, किसानों और युवाओं को टैलेंट शो केस करने का मौका मिला है। आपने देखा कि अभी कितने रूह्र हुए हैं। आज का समय टेक्नोलॉजी का समय है। वज्ञान के क्षेत्र में जो जितना प्रगतिशील होगा, दुनिया उसके पीछे जाएगी। जो इनोवेशन को बढ़ावा देगा, वही दुनिया को लीड करेगा। ये हमारा सौभाग्य है कि सीएसआईआर की 4 लैब, लखनऊ में है। जिससे रिसर्च के अलावा आम नागरिकों के लिए कई अहम शोध हुए हैं। पिछले 11 सालों में एक नए स्टार्टअप ईको सिस्टम को पनपते देखा है। दुनिया में भारत स्टार्टअप की संख्या के मामले में यूएस और यूके के बाद तीसरे नंबर पर है। 1 लाख 90 हजार स्टार्टअप मौजूद हैं, जिनके माध्यम से पीएम की पहले दिन से ये संकल्पना थी कि हमारा युवा जॉब सीकर नहीं बल्कि जॉब क्रिएटर बने। पिछले 2 दिनों से लखनऊवासी और विभिन्न संस्थानों से जुड़े लोग और उद्योग जगत के लोग इस कॉन्क्लेव का पार्ट बने हैं।