नयी दिल्ली..... कांग्रेस ने कहा है कि संसद का मानसून सत्र शुरु हो गया है और देश के समक्ष कई अहम मुद्दे हैं जिनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद देश की जनता को जवाब देना है तो ऐसे में श्री मोदी को विदेश जाने का कार्यक्रम नहीं बनाना चाहिए।
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि देश को झकझोरने वाले पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पहली बार संसद सत्र शुरु हुआ है और पहलगाम हमले से लेकर आपरेशन सिंदूर तक देश की जनता सरकार से जवाब चाहती है। सदन में सदस्यों ने मांग की है कि संसद में इस मुद्दे पर जब चर्चा हो तो उसका जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए लेकिन श्री मोदी सत्र के दौरान विदेश यात्रा पर जा रहे हैं।
श्री गोगोई ने कहा “पहलगाम हमले के बाद पहली बार संसद की बैठक के मद्देनजर प्रधानमंत्री को राष्ट्र और संसद को प्राथमिकता देनी चाहिए थी। उन्हें पहले दिन ही पहलगाम हमले पर राष्ट्र को संबोधित करना चाहिए था। उनके बयान के बाद चर्चा होनी चाहिए थी। इसके बजाय, उन्होंने विदेश यात्राओं के कारण संसद के पहले सप्ताह में अनुपस्थित रहने का फैसला किया है। इससे भारतीय सैनिकों और शहीदों के परिजनों को क्या संदेश जाता है।”
उन्होंने कहा कि सोमवार के सूचीबद्ध कार्य और कार्य मंत्रणा समिति के एजेंडे से पहलगाम हमले को पूरी तरह से हटा कर केन्द्र सरकार ने संसद में पहलगाम हमले में मारे गये लोगों के शोक संतप्त परिजनों के ज़ख्मों पर नमक छिड़का है। उनका कहना था कि जब संसद सत्र चल रहा हो और खासकर जब देश जवाब जानना चाहता हो कि पहलगाम हमला कैसे हुआ तो ऐसे में तो विदेश यात्राएँ क्यों निर्धारित की गयीं।