गोरखपुर... उत्तर प्रदेश में गोरखपुर का रामगढ़ताल की तरह चिलुआताल घाट भी पर्यटन के साथ रोजगार का केंद्र बनेगा।
आधिकारिक सूत्रो ने बुधवार को बताया कि शहर के उत्तरी छोर पर दशकों तक बदहाल रहे चिलुआताल धाट भी
रामगढ़ताल की तरह पर्यटन के साथ रोजगार का केंद्र बनेगा। चिलुआताल घाट के सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा हो गया है। पर्यटन विभाग की मंशा जल्द इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों कराने की है।
उन्होंने बताया कि शहर के दक्षिणी छोर पर रामगढ़ताल पूर्वी उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन चुका है। अब उत्तरी छोर पर विकसित यह टूरिस्ट स्पॉट मनोरंजन के साथ रोजगार का केंद्र भी बनेगा। सात दुकानें यहां बनकर तैयार हो गईं हैं। घाट पर लोग लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर मनोरंजन करेंगे वहीं लोग यहां लगी दुकानों पर जायके का आनंद भी ले सकेंगे।
चिलुआताल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 20 करोड़ 39 लाख रुपये की परियोजना को मूर्त रूप दिया गया है। परियोजना के तहत 98 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। शेष कार्यों को भी तेजी से पूरा कराया जा रहा है। गौरतलब है कि चिलुआताल भी रामगढ़ताल की तरह दशकों से उपेक्षित पड़ा रहा। योगी सरकार ने पहले रामगढ़ताल
का कायाकल्प कर उसे वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया तो अब चिलुआताल को संवारा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्था के रूप में यूपी प्रोजेक्ट्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से कराए गए कार्यों में
570 मीटर पाथवे निर्माण 70 मीटर तक घाट के सीढ़ियों का निर्माण ताल किनारे रेलिंग, सोलर लाइट, इंटरलॉकिंगए
सीसी रोड, बेंच, एप्रोच रोड, बोल्डर पिचिंग, दुकान, शौचालय फिडींग रूम जैसे बुनियादी कार्यों के अलावा कार्य भी लगभग पूरे हो चुके हैं।
चिलुआताल की आभा निखर कर सामने आ रही है। लोग अभी से ही सुबह टहलने के लिए आना शुरू कर दिए हैं।
दिन में भी यहां लोग घाट का आनंद लेना शुरू कर दिए हैं। पहले लोग यहां आने को कतराते थे लेकिन अब लोगों
सुबह शाम घाट का आनंद लोकार्पण होने से पहले ही रहे हैं।