बैंकॉक ... भारतीय मुक्केबाज रितिका ने सोमवार को महिलाओं के 80प्लस किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर एशियाई अंडर-19 और अंडर-22 मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2025 में भारत के अभियान का समापन किया। टीम ने दोनों आयु वर्गों में कुल 27 पदक जीते।
आज यहां रितिका ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन 80प्लास किग्रा वर्ग के फाइनल में कजाकिस्तान की एस्सेल टोकटासिन को हराया।
10 दिवसीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भारत की अंडर-19 टीम दूसरे स्थान पर और अंडर-22 टीम चौथे स्थान पर रही। भारत ने इस प्रतियोगिता में दोनों आयु वर्ग में 20-20 मुक्केबाजों का दल उतारा था
अंडर-19 दल के भारतीय मुक्केबाजों ने तीन स्वर्ण, सात रजत और चार कांस्य सहित कुल 14 पदक जीते। जोकि संख्या के मामले में सबसे अधिक है। भारतीय दल स्वर्ण पदकों में उज्बेकिस्तान (सात) के बाद दूसरे स्थान पर रहा।
वहीं भारतीय अंडर-22 मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण, चार रजत और आठ कांस्य सहित कुल 13 पदक जीते। रितिका भारत की एकमात्र अंडर-22 चैंपियन बनकर उभरीं। उन्होंने अंतिम दिन 80प्लास किग्रा वर्ग के फाइनल में कजाकिस्तान की एस्सेल टोकटासिन को दबाव के बावजूद अपना संयम बनाए रखते हुए हराया।
सुबह के सत्र में यात्री पटेल को महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में उज़्बेकिस्तान की खुमोराबोनू मामाजोनोवा से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जबकि प्रिया को 60 किग्रा वर्ग के फाइनल में चीन की यू तियान के खिलाफ 3-2 से करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
बाद में नीरज ने पुरुषों के 75 किग्रा वर्ग के फाइनल में उज़्बेकिस्तान के शावकातजोन बोल्टेव से हारकर रजत पदक जीता। इशान कटारिया ने भी 90 प्लस किग्रा वर्ग के स्वर्ण पदक मुकाबले में उज़्बेकिस्तान के खलीमजोन मामासोलिएव से हारकर रजत पदक हासिल किया।