लखनऊ। डॉ. शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के प्रथम पूर्णकालिक कुलपति और प्रख्यात शिक्षाविद् प्रो. निशीथ राय का सोमवार रात एवं मंगलवार सुबह तीन बजे निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। मंगलवार को डॉ. शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने उनके निधन पर शोकसभा कर गहरा दुःख व्यक्त किया। प्रो. निशीथ राय लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग में प्रोफसर थे। उन्होंने 28 जनवरी 2014 को डॉ. शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के प्रथम पूर्णकालिक कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। इसी वर्ष दिव्यांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ को भारत के माननीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार-2014 से पुरस्कृत किया गया। उनके कार्यकाल के दौरान ही सन् 2020 में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के डाक विभाग ने विश्वविद्यालय की स्थापना के 11 वर्ष पूर्ण होने पर डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की स्मृति में डाक टिकट जारी किया। उनके निधन के पश्चात् विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति आचार्य संजय सिंह ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कुलपति के रूप में डॉ. शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयां प्रदान करने वाले प्रो. निशीथ राय का विश्वविद्यालय के लिए किया गया योगदान अविस्मरणीय रहेगा। उनका जाना विश्वविद्यालय परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। शोकसभा के इस अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से उप कुलसचिव अनिल कुमार मिश्रा ने शोक संदेश पढ़ा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकगण, अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. निशीथ राय का आज सुबह तीन बजे पीजीआइ में निधन हो गया। 12 अगस्त को परिजनों ने उन्हें पीजीआइ में भर्ती कराया था। वह लबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। प्रो. राय का अंतिम संस्कार मंगलवार को भैंसाकुंड में किया गया। प्रो. राय डॉ. शकुंतला विश्वविद्यालय में 28 जनवरी 2014 से 27 जनवरी 2019 तक वर्ष पहले पूर्णकालिक कुलपति रहे। वह लखनऊ विश्वविद्यालय में प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग के शिक्षक और विभागाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। पिछले कई साल से वह क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र लखनऊ के निदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनकी पत्नी अनीता राय है, उनका बेटा विधू शेखर भारतीय प्रशासनिक सेवा में पश्चिम बंगाल कैडर में कार्यरत हैं, बहू अन्ना सिन्हा आईपीएस एजीएमयूटी कैडर है। बेटी डा. शचि शेखर लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, उनके दामाद आईएएस मनीष कुमार उत्तराखंड कैडर में कार्यरत हैं।