सीखड़, (मिर्जापुर ): स्थानीय ब्लॉक के रामगढ़ गांव में मानसून से पहले बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने की तैयारियों का परीक्षण किया गया। गंगा घाट पर मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। इस अभ्यास का उद्देश्य आमजन को बाढ़ से बचाव के लिए जागरूक करना था।एसडीएम चुनार के नेतृत्व में बचाव राहत कार्यों का मॉकड्रिल कार्यक्रम किया गया।जिसमें अचानक गंगा नदी में बचाओ बचाओ की आवाज सुनाई देने लगी। नदी के किनारे जीवन रक्षक उपकरण के साथ एसडीआरएफ ने नदी में डूब रहे लोगों को बाहर निकाल आस्थाई स्वास्थ्य शिविर में लेजाया गया जहां पर मौजूद चिकित्सको ने सभी का प्राथमिक उपचार किया। यह कार्यक्रम राज्य आपदा प्रबंधन के निर्देश पर बाढ से बचने के लिए मॉकड्रिल किया गया है। मॉक ड्रिल में लोगों को बाढ़ के दौरान जान-माल की सुरक्षा के तरीके सिखाए गए। इसमें जलमग्न क्षेत्रों से सुरक्षित निकलने की विधियां बताई गईं। साथ ही प्राथमिक उपचार की जानकारी भी दी गई। यह अभ्यास आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करने का प्रयास है। वहीं नरोत्तम सिंह पद्म सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मगरहां के छात्र- छात्राएं मॉकड्रिल में बढ़ चढ़ के हिसा लिए।बताते चले कि यह कार्यक्रम एस डी आर एफ, एसडीएम चुनार राजेश वर्मा की उपस्थिति में स्थानीय ग्रामीण को भी शामिल किया गया। इस अवसर पर चुनार थाना प्रभारी रविंद्र भूषण मौर्या, तहसीलदार योगेन्द्र शरण शाह, नायब तहसीलदार क्रियात प्रताप नारायण ओझा, कानूनगो तारकेश्वर नाथ मिश्रा,लेखपाल बिन्ध्यबासिनी मिश्रा,जितेन्द्र विश्वकर्मा, बिजली विभाग के जेई ध्यान चन्द वर्मा,बीडीओ विमल प्रकाश पाण्डेय, एडीओ पंचायत सुधीर दूबे,ग्राम प्रधान हरिओम सिंह , मुक्ती नारायण सिंह नेता सहित स्वास्थ्य विभाग,एसडीआर एफ टीम सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे।