नई दिल्ली... भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को नई दिल्ली के ताज मान सिंह होटल में 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के भारत के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया।
इस समारोह में आईओए अध्यक्ष डॉ. पी.टी. उषा, माननीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, स्पांसर और खेल जगत के सदस्य उपस्थित थे। इस समारोह में उन भारतीय एथलीटों का सम्मान किया गया जिन्होंने इन खेलों में अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन से देश को गौरव और प्रेरणा दी।
भारत ने पेरिस 2024 में अपना अभियान छह पदकों (एक रजत और पांच कांस्य) के साथ समाप्त किया था। नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक में अपने गौरव को और बढ़ाया। इससे विश्व मंच पर उनका दबदबा और भी मज़बूत हुआ। निशानेबाज मनु भाकर ने दो कांस्य पदक (एक महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में और दूसरा सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम वर्ग में) जीते।
इसके अलावा स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोज़िशन स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया था जबकि युवा पहलवान अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किलोग्राम फ़्रीस्टाइल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत के सबसे कम उम्र के ओलंपिक पदक विजेताओं में से एक बन गए। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने भी पोडियम पर वापसी की और तीसरे स्थान के मैच में स्पेन पर 2-1 से जीत के साथ अपने मजबूत अभियान के बाद कांस्य पदक जीता।
समारोह में, आईओए ने भारत की सफलता में उनके योगदान के सम्मान में सभी पदक विजेताओं और उनके कोचों को नकद पुरस्कार प्रदान किए। नीरज चोपड़ा को 75 लाख, मनु भाकर को 50 लाख और 37.5 लाख, सरबजोत सिंह को 37.5 लाख, स्वप्निल कुसाले को 50 लाख, अमन सहरावत को 50 लाख और भारतीय पुरुष हॉकी टीम को 10 लाख (मुख्य टीम) और 5 लाख (रिजर्व खिलाड़ी) मिले।
इन खिलाड़ियों और टीम के कोच-जिनमें डॉ क्लॉस एरिच बार्टोनित्ज, जसपाल राणा, अभिषेक राणा, दीपाली देशपांडे, अली शबानोव और क्रेग फुल्टन शामिल हैं - को भी भारत के चैंपियन तैयार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सम्मानित किया गया।
आईओए की अध्यक्ष डॉ. पी.टी. उषा ने इस, अवसर पर कहा, "मैं सभी पदक विजेताओं को हार्दिक बधाई देती हूँ। आपकी उपलब्धियों ने देश को अपार गौरव और खुशी दी है। आप भारतीय युवाओं के समर्पण, दृढ़ता और असीम क्षमता के प्रतीक हैं। जो खिलाड़ी पदक नहीं जीत पाए हैं, कृपया जान लें कि आपके योगदान को भी उतना ही महत्व दिया जाता है। ओलंपिक खेलों में आपका प्रयास, आपका साहस और आपकी उपस्थिति हमारे देश भर में लाखों लोगों को प्रेरित करती है।"
समारोह का समापन आईओए के सीईओ रघुराम अय्यर द्वारा द्वारा भारत की ओलंपिक यात्रा को आगे बढ़ा रहे विशिष्ट अतिथियों, उनके महासंघों, स्पांसरों और भारतीय जनता के प्रति उनके अटूट समर्थन के लिए आभार व्यक्त करने के साथ हुआ।