नई दिल्ली ... अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की तरफ से जारी एक बयान ने भारत में हलचल बढ़ा दी है। दरअसल, व्हाइट हाउस की तरफ से हाल ही में कहा गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर बातचीत करते हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने बुधवार को सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री इसे स्वीकार क्यों नहीं करते और आखिर वह किस बात से डरते हैं। कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि देश के लोगों को यह जानकारी भी अमेरिकी विदेश मंत्री के बयान से ही मिली थी कि ऑपरेशन सिंदूर को रोक दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अब लोगों को व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलीन लेविट के माध्यम से पता चला है कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी व्यापार समझौते को लेकर लगातार बातचीत कर रहे हैं। रमेश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के बीच बातचीत होनी ही चाहिए। लेकिन प्रधानमंत्री इसे स्वीकार क्यों नहीं करते कि वह ट्रंप से बात करते हैं? आखिर वह किससे डरते हैं?’’कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत-अमेरिका संबंधों के भविष्य को लेकर बहुत सकारात्मक और उत्साहित हैं। लेविट ने बताया कि ट्रंप ने कुछ हफ्ते पहले दिवाली के मौके पर व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में कई वरिष्ठ भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों के साथ समारोह मनाते समय प्रधानमंत्री मोदी से सीधे बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और उनकी व्यापारिक टीम भारत के साथ गंभीर चर्चा में हैं और वे पीएम मोदी का बहुत सम्मान करते हैं। साथ ही अक्सर उनसे बात करते हैं।