नई दिल्ली ... वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर, संस्कृति मंत्रालय के निर्देशानुसार, आज रेल भवन में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, सदस्य (टी एंड आरएस), आर. राजगोपाल, रेलवे बोर्ड की सचिव श्रीमती अरुणा नायर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित मुख्य कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग के साथ समन्वय करते हुए, सभी अधिकारियों द्वारा ‘वंदे मातरम’ का सामूहिक गायन किया गया। सामूहिक गायन के बाद, माननीय प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया। कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने माननीय प्रधानमंत्री का संबोधन सुना।
केंद्रीय मंत्री ने ‘वंदे मातरम’ को पिछले 150 वर्षों से भारत की चेतना का उद्घोष बताया। अन्य रेलवे जोनों और मंडलों में भी इसी प्रकार के स्मरणोत्सव कार्यक्रम आयोजित किए गए। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर महाप्रबंधक श्री विजय कुमार की उपस्थिति में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आज रेल निलयम के हॉल में ‘वंदे मातरम’ की शाश्वत लय गूंज उठी, जब दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री संजय कुमार श्रीवास्तव ने अपर महाप्रबंधक, वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ राष्ट्रीय गीत के गायन में भाग लिया, जिसने पीढ़ियों को प्रेरित किया है। वंदे मातरम’ के गौरवशाली 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां अधिकारियों और कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम’ गीत गाया।
वर्ष 2025 बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा रचित ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम को प्रेरित करने वाला यह शाश्वत राष्ट्रीय गीत आज भी लोगों में देशभक्ति, गौरव और एकता की गहरी भावनाएँ जगाता है। यह समारोह भारत की राष्ट्रीय चेतना में गहराई से रचे-बसे एक गीत के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि है। विविध आयोजनों के माध्यम से, रेल मंत्रालय ने भारत की सांस्कृतिक पहचान का उत्सव मनाने और सभी के बीच एकता और सेवा की भावना को बढ़ावा देने के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता प्रदर्शित की।