नई दिल्ली/वाराणसी .... रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को वाराणसी के तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों-बनारस, वाराणसी और काशी स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यात्रियों की सुविधाओं और चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। रेल मंत्री ने कहा कि तीनों स्टेशनों को जोड़कर एक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा, जिसमें यात्रियों की जरूरतों और वाराणसी की हेरिटेज पहचान को ध्यान में रखकर विकास कार्य किए जाएंगे। अश्विनी वैष्णव वंदे भारत एक्सप्रेस के बनारस से खजुराहो तक के नए रूट के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए वाराणसी पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी विकास कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए, ताकि कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे हो सकें। रेल मंत्री ने तीनों स्टेशनों पर चल रहे निर्माण कार्यों के मॉडल को भी देखा और कहा कि इन स्टेशनों का विकास दिल्ली रेलवे स्टेशन की तर्ज पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वाराणसी रेलवे स्टेशन पर स्थायी होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा, जिससे बड़े त्योहारों, आयोजनों या तीर्थ यात्राओं के समय यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। अपने दौरे के दौरान रेल मंत्री ने न केवल स्टेशनों की सुविधाओं का निरीक्षण किया, बल्कि रेलवे कॉलोनी में जाकर कर्मचारियों और उनके परिवारों की स्थिति की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि रेलवे कर्मियों के लिए भी बेहतर आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। रेल मंत्री ने जानकारी दी कि वाराणसी रेलवे स्टेशन पर रोपवे स्टेशन भी विकसित किया जा रहा है। इसे बनारस स्टेशन से जोड़ने की योजना तैयार की जा रही है ताकि यात्रियों के आवागमन में कोई दिक्कत न हो। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि काशी रेलवे स्टेशन को एक बड़ा जंक्शन स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां से नई ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। विशेष रूप से बनारस स्टेशन से दक्षिण भारत की ओर जाने वाली गाड़ियों को चलाने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है। रेल मंत्री ने कहा कि मालवीय पुल पर बनने वाले सिग्नेचर ब्रिज की डिजाइन पूरी हो चुकी है और इसका कार्य बहुत जल्द शुरू होगा। उन्होंने बताया कि यह पुल देश का सबसे बड़ा ब्रिज होगा, जिसमें चार रेलवे लाइनें और छह हाइवे लेन होंगी। यह पुल वाराणसी के विकास और यातायात व्यवस्था के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। मंत्री ने कहा कि इस परियोजना में हाइवे पर चलने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।निरीक्षण के दौरान रेल मंत्री के साथ राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, विधायक सौरभ श्रीवास्तव सहित कई जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ रेलवे अधिकारी मौजूद रहे।