नई दिल्ली .... केरल और राजस्थान में एसआईआर को लेकर काम के तनाव में दो बीएलओ के खुदकुशी की खबर है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक केरल के कन्नूर में एक सरकारी स्कूल में स्टाफ अनीश जॉर्ज (44) ने रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह चुनाव के लिए बीएलओ बनाए गए थे। परिजन का आरोप है कि अनीश ने यह कदम एसआईआर से जुड़ी काम की टेंशन के चलते उठाया।
दूसरी ओर, जयपुर में एसआईआर कार्यक्रम से परेशान बीएलओ ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। कालवाड़ के धर्मपुरा निवासी मुकेश कुमार जांगिड़ (48) सरकारी टीचर थे। उनकी जेब से मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि अधिकारी काम का दबाव बनाकर परेशान कर रहे हैं और सस्पेंड करने की धमकी दे रहे हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने केरल में चल रही एसआईआर प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि स्ढ्ढक्र और स्थानीय निकाय चुनावों को साथ-साथ नहीं कराया जा सकता। याचिका में कहा गया है कि राज्य में 9 और 11 दिसंबर को दो चरणों में स्थानीय निकाय चुनावों होने वाले हैं, जबकि एसआईआर ड्राफ्ट 4 दिसंबर को पब्लिश होनी है। इससे निकाय चुनाव की प्रक्रिया पर असर पड़ेगा।
12 राज्यों में अबतक 97.52 फीसद फॉर्म बांटने का काम पूरा : चुनाव आयोग ने रविवार को बताया कि नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 51 करोड़ मतदाताओं में से 49 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं को एसआईआर फॉर्म प्राप्त हो चुके हैं। यानी 50.99 करोड़ मतदाताओं में से 97.52' को आंशिक रूप से भरे हुए फॉर्म मिले हैं। 12 राज्यों में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप शामिल हैं। इनमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव होंगे। असम में एसआईआर की घोषणा अलग से की जाएगी। स्ढ्ढक्र का दूसरा चरण 4 नवंबर से शुरू हुआ है जो 4 दिसंबर तक चलेगा।
केरल में आज काम का बॉयकॉट करेंगे : कन्नूर में एक बीएलओ की आत्महत्या के बाद राज्य भर में बूथ स्तर के अधिकारी काम का बहिष्कार करेंगे। विरोध कर रहे संगठनों ने आरोप लगाया कि स्ढ्ढक्र प्रक्रिया और आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के कारण बीएलओ भारी दबाव में हैं। केरल एनजीओ एसोसिएशन ने राज्य भर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय और कलेक्ट्रेट तक विरोध मार्च की भी घोषणा की।
बंगाल में 7.66 करोड़ वोटर्स, रविवार तक 7.61 करोड़ फॉर्म बंटे : चुनाव आयोग ने बताया कि 4 नवंबर को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत के बाद से पश्चिम बंगाल में 7.61 करोड़ फॉर्म बांटे जा चुके हैं। गौरतलब है कि बंगाल में कुल मतदाताओं की संख्या 7.66 करोड़ है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक कुल 99.42 फीसद मतदाताओं को इस अभियान में शामिल किया जा चुका है। अधिकारी ने कहा- ‘रविवार रात 8 बजे तक अनुमानित 7.61 करोड़ लोगों को शामिल किया जा चुका है।