लखनऊ ... राजधानी लखनऊ में एक कार्यक्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा, हमें समाधान की तरफ जाना होगा। समस्या की तरफ जाएंगे तो समस्या ही मिलेगी। आज यूपी केंद्र की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में तीसरे नंबर पर है। दुनिया जब सबसे बड़ी महामारी के साये में जी रही थी। तब भारत कोविड प्रबंधन के साथ भारत नेशनल एजुकेशनल पालिसी को भी बना रहा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 के पहले और आज के उत्तर प्रदेश की तुलना करते हुए कहा कि जहां हर तीसरे दिन दंगा होता था, बहन-बेटी और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे, प्रदेश के सामने पहचान का संकट था, आज उसी प्रदेश ने देश को कानून-व्यवस्था का मॉडल दे दिया है। यह प्रयास से ही हो सकता है। आज हर त्योहार उमंग और उल्लास से मनाया जा रहा है। चाहें होली-दीवाली हो या ईद-बकरीद या फिर क्रिसमस। कानून का शासन ऐसे ही होता है। भारत सरकार ने जब जीरो टॉलरेंस की बात की तो लोग कहते थे कि ये सिर्फ एक घोषणा है। अब क्या होली, दिवाली, दशहरा, रक्षाबंधन, क्रिसमस, ईद, बकरीद सब अच्छे से मनाया जाता है। कानून का पालन करना ही होगा। कानून व्यवस्था पर काम करने से निवेश की झड़ी लग गई। 5 वर्ष में 50 हजार करोड़ का निवेश मिलना भी मुश्किल था। उसी प्रदेश में 8 साल में 45 लाख करोड़ का निवेश आ गया। सीएम योगी ने ऑपरेशन सिंदूर में उत्तर प्रदेश के योगदान की भी प्रशंसा की। कहा, यहां के बने ड्रोन ने भी बड़ी भूमिका निभाई। जब ब्रह्मोस यूनिट की स्थापना की बात आई तब भूमि की चुनौती सबसे बड़ी थी, लेकिन हमने तय किया की राजधानी में ही ब्रह्मोस के लिए मुफ्त में जगह देंगे।
मर्सिडीज से करते थे गमले चोरी : मर्सिडीज से करते थे गमले चोरी, पकड़े जाते तो शहर की बेइज्जती होती : मुख्यमंत्री ने जी-20 रोड पर गमला चोरी की घटना का दृष्टांत सुनाते हुए सिविक सेंस का पालन करने की अपील की। कहा, मर्सिडीज के आगे गमले की क्या कीमत है, लेकिन लोग इस गाड़ी से गमले चोरी करके ले जा रहे थे। सीसीटीवी कैमरे में देखा गया। अगर उन्हें पकड़ा जाता तो शहर की बेज्जती होती। तब हमने कहा कि उन्हें बुलाकर सीसीटीवी फुटेज दिखा दो, ताकि वे समझ जाएं।