नयी दिल्ली... प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत विशेष अदालत के समक्ष सन परिवार वुपडी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज की है।
ईडी ने अपनी पीएमएलए जांच तेलंगाना पुलिस द्वारा सन परिवार ग्रुप, मेथुकु रविंदर और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ दर्ज कई एफआईआर के आधार पर शुरू की थी। उन पर सन परिवार ग्रुप की कंपनियों और सन म्यूचुअली एडेड थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में निवेश पर उच्च रिटर्न की पेशकश करके आम जनता और भोले-भाले निवेशकों को ठगने का आरोप है।
जांच के अनुसार, मेथुकु रविंदर और उनके सहयोगियों ने 10,000 से अधिक निवेशकों से लगभग 158 करोड़ रुपये एकत्र किए और कथित तौर पर उन्हें ठगा। निवेशकों से एकत्रित धन को इस मामले में अपराध की आय के रूप में पहचाना गया है।
ईडी की जांच से पता चला है कि मेथुकु रविंदर और उनके सहयोगियों ने निवेश पर प्रति वर्ष 100 प्रतिशत तक रिटर्न की पेशकश करके कई धोखाधड़ी योजनाएं शुरू कीं। इस उद्देश्य के लिए उन्होंने सन परिवार ग्रुप के अंतर्गत कई कंपनियां स्थापित कीं, जिनमें मेथुकु चिट फंड प्राइवेट लिमिटेड, मेथुकु वेंचर्स लिमिटेड, मेटसन निधि लिमिटेड, मेथुकु हर्बल लिमिटेड और मेथुकु मेडिकल एंड हर्बल फाउंडेशन शामिल हैं। एकत्रित धन को कथित तौर पर उनके नाम और उनके सहयोगियों के नाम पर विभिन्न चल तथा अचल संपत्तियां खरीदने में लगाया गया।
मामले की जांच में आगे पता चला कि मेथुकु रविंदर ने अपने करीबी सहयोगियों के नाम पर नई इकाइयां-एम/एस पुदामी एग्रो फार्म लैंड्स, एम/एस पुदामी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड और एम/एस डिवाइन इंफ्रा डेवलपर्स स्थापित कीं। इन इकाइयों के माध्यम से उच्च रिटर्न के वादों से निवेशकों को लुभाने के लिए नई पोंजी योजनाएं शुरू की गईं, और एकत्रित धन को फिर इन इकाइयों के नाम पर संपत्तियां खरीदने में उपयोग किया गया।
इससे पहले, ईडी ने मेथुकु रविंदर, उनके परिवार के सदस्यों और उनके करीबी सहायकों तथा सहयोगियों से संबंधित 25.20 करोड़ रुपये मूल्य की चल तथा अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। इस मामले में आगे की जांच जारी है।