नयी दिल्ली.... दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि 'एक पेड़ माँ के नाम' सिर्फ अभियान नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है।
श्रीमती गुप्ता ने आज यहां सेंट्रल रिज, पीबीजी पोलो ग्राउंड में आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में एक पौधा लगाने के बाद कहा "दिल्ली का हरित क्षेत्र 25 प्रतिशत बढ़ा है, जो अन्य सभी प्रदेशों में सबसे ज़्यादा है। 'एक पेड़ माँ के नाम' सिर्फ अभियान नहीं बल्कि एक जन आंदोलन है। आपके द्वारा लगाया हुआ हर पेड़ माँ के प्यार और संवेदना का प्रतीक है। जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और वायु प्रदूषण की चुनौतियाें की कोई सीमा नहीं हैं इसलिए हमें वैश्विक स्तर पर साथ मिलकर काम करना होगा। आज का पौधारोपण अभियान दिल्ली के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा।"
उन्होंने कहा "70 देशों के राजनयिकों ने अपनी माताओं के नाम दिल्ली की धरती पर पेड़ लगाये। यह दृश्य दिखाता है कि मां का रिश्ता न भाषा से बंधा है और न ही सीमा से। मां का नाम लिया जाए तो पूरी धरती एक हो जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान यही भाव जगाता है, मां को नमन, धरती मां को नमन।"
उन्होंने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव तथा विभिन्न देशों के 70 राजनयिकों की उपस्थिति ने इस अभियान को वैश्विक सहयोग और साझा जिम्मेदारी का स्वरूप दिया। यह दृश्य सचमुच प्रेरक था कि विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधि मिलकर दिल्ली को और अधिक हराभरा, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के संकल्प में साथ खड़े हैं।
श्री यादव ने कहा "यह पूरे विश्व के लिए बहुत बड़ा कार्यक्रम है। एक पेड़ माँ के नाम 'की प्रधानमंत्री की अपील हमें यह एहसास दिलाती है कि धरती को बचाना सबकी जिम्मेदारी है। कई राजदूत और उच्चायुक्त अपनी माँ को याद करके भावुक हो गए। "
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा " श्री मोदी के 'एक पेड़ माँ के नाम' के संकल्प ने वैश्विक स्तर पर ख्याति हासिल की है। 72 से अधिक देशों के 75 राजदूतों और उच्चायुक्तों ने उनके 75वें जन्मदिन पर पौधे लगाये। यह श्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व का सबूत है और सभी भारतीयों के लिए गर्व का पल है। श्री मोदी के दृष्टिकोण के तहत दिल्ली तेज़ी से हरित राजधानी बनने की ओर बढ़ रही है।"