नई दिल्ली .... कांग्रेस ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की प्रशंसा किए जाने को लेकर सरकार पर हमला बोला और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ट्रंप के साथ दोस्ती बढ़ाने की ‘हताशापूर्ण कोशिशों’ के बावजूद, अमेरिकी नेता भारत को किस तरह का संकेत दे रहे हैं। विपक्षी दल ने ट्रंप द्वारा मुनीर की प्रशंसा और दोनों के बीच पिछली मुलाकातों का हवाला देते हुए पूछा कि ट्रंप और मोदी के बीच यह कैसी दोस्ती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति ट्रंप को अपना अच्छा दोस्त बताते रहते हैं और सच कहें तो अमेरिकी नेता भी मोदी को अपना अच्छा दोस्त बताते रहते हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘लेकिन यह कैसी दोस्ती है? राष्ट्रपति ट्रंप ने 18 जून, 2025 को व्हाइट हाउस में फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के लिए एक अभूतपूर्व भोज की मेजबानी की। यह वही फील्ड मार्शल हैं जिनके भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से जहरीले बयानों ने 22 अप्रैल, 2025 को पाकिस्तान द्वारा किए गए पहलगाम आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि तैयार की।’’ उन्होंने कहा कि इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 अक्टूबर, 2025 को व्हाइट हाउस में फील्ड मार्शल से दूसरी बार मुलाकात की, जब फील्ड मार्शल ने राष्ट्रपति ट्रंप को दुर्लभ मृदा तत्वों से भरा एक डिब्बा भेंट किया। रमेश ने कहा, ‘‘अब कल मिस्र में, राष्ट्रपति ट्रंप ने आसिम मुनीर को मेरा पसंदीदा फील्ड मार्शल कहा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को विशेष स्थान दिया। मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाने की बेताब कोशिशों के बावजूद, राष्ट्रपति ट्रंप भारत को किस तरह का संकेत दे रहे हैं?’’ रमेश ने कहा कि यह कैसी दोस्ती है।
शरीफ और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल मुनीर की प्रशंसा करते हुए, ट्रंप ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को गाजा में युद्धविराम समझौते के बाद मिस्र में आयोजित विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। गाजा में युद्धविराम समझौते के बाद इजराइल-हमास युद्ध थम गया। ट्रंप ने मुनीर को, जो इस अवसर पर उपस्थित नहीं थे, ‘‘पाकिस्तान के मेरे पसंदीदा फील्ड मार्शल’’ कहा।
ट्रंप ने सोमवार को भारत और प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना उनकी भी प्रशंसा की और कहा कि भारत एक महान देश है जहां शीर्ष पद पर मेरे अच्छे दोस्त हैं। गाजा में युद्धविराम समझौते के तहत इजराइल-हमास युद्ध समाप्त होने के बाद मिस्र में विश्व नेताओं के एक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने मंच से कहा कि उन्हें लगता है कि भारत और पाकिस्तान साथ मिलकर बहुत अच्छे से रहेंगे।