नई दिल्ली... केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज सोनिक इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स हब का वर्चुअल उद्घाटन किया और दो नई डोर-टू-डोर फ्रेट और पार्सल सेवाओं को हरी झंडी दिखाई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डोर-टू-डोर सेवाएँ देश के लिए आवश्यक हैं, क्योंकि ये दक्षता बढ़ाएँगी और लॉजिस्टिक्स लागत को काफ़ी कम करेंगी। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि उद्योग अब बिना पूरी रेक भरे, एक निश्चित संख्या में कंटेनर अपने गंतव्य तक भेज सकते हैं। श्री वैष्णव ने आगे कहा कि कारखानों और ट्रेनों के लोडिंग/अनलोडिंग पॉइंट्स के बीच लॉजिस्टिक गैप को अब भारतीय रेलवे व्यापक डोर-टू-डोर सेवाओं के माध्यम से पाटेगा। उन्होंने आगे कहा कि गुड्स शेड या लॉजिस्टिक्स टर्मिनल कंटेनरों को भरने और उतारने की सुविधाओं से लैस होंगे, जिससे ग्राहकों को नए सेवा मॉडल का पूरा लाभ मिल सकेगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सोनिक यह सुविधा प्रदान करने वाला पहला एकीकृत लॉजिस्टिक्स केंद्र बन गया है। गति शक्ति कार्गो टर्मिनल पहल के तहत, मल्टीमॉडल सेवाएँ प्रदान करने के लिए 115 टर्मिनल विकसित किए गए हैं, जिससे ग्राहकों को पर्याप्त लाभ होगा। मुंबई-कोलकाता कॉरिडोर से शुरू होकर, माल की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने और अधिक शहरों तक कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए जल्द ही और सेवाएँ शुरू की जाएँगी। मंत्री ने आगे कहा कि एक और प्रयोग भी सफल रहा है - किसानों को लाभ पहुँचाने के लिए ट्रैक्टर जैसे उपकरणों का किफायती दरों पर परिवहन। जिस तरह कार कार्गो का कुशलतापूर्वक परिवहन किया जाता है, उसी तरह अब ट्रैक्टर और भारी निर्माण उपकरण (जेसीबी) के लिए भी परिवहन सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री सतीश कुमार ने इस बात पर ज़ोर दिया कि डोर-टू-डोर डिलीवरी पहल रेल-आधारित लॉजिस्टिक्स में एक क्रांतिकारी बदलाव का प्रतिनिधित्व करती हैं जहाँ प्राप्तकर्ता का माल सीधे गोदाम या कारखाने से उठाया जाता है और भारतीय रेलवे द्वारा अंतिम गंतव्य तक पहुँचाया जाता है। विकसित भारत के लॉजिस्टिक्स दृष्टिकोण के अनुरूप, यह पहल भारतीय रेलवे के मालवाहक से मालवाहक ग्राहकों के लिए एक संपूर्ण लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाता बनने के परिवर्तन की शुरुआत का प्रतीक है। उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल (भारतीय रेलवे) दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मालवाहक है, जो सालाना 1.6 अरब टन माल का परिवहन करता है।