नयी दिल्ली.... देश के श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। यह जानकारी राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा संचालित आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) में सामने आयी है।
पीएलएफएस के अनुसार सितंबर 2025 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में समग्र श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) 34.1 प्रतिशत थी जो मई 2025 के बाद से उच्चतम स्तर है। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में महिला एलएफपीआर में बढ़ोतरी का योगदान भी शामिल है जो लगातार तीसरे महीने जून 2025 में 35.2 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2025 में 37.9 प्रतिशत हो गया। आंकड़ों के मुताबिक महिला एलएफपीआर लगातार तीन महीनों तक बढ़ा है और यह जून 2025 में 32.0 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2025 में 34.1 प्रतिशत हो गया है।
महिला श्रमिकों की संख्या में सितंबर 2025 में कुल श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 52.4 प्रतिशत था, जो मई 2025 के बाद से दर्ज किया गया उच्चतम स्तर है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में महिला कार्यबल में यह वृद्धि हुई है। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में कुल डब्ल्यूपीआर लगातार तीसरे महीने लगातार बढ़ रहा है, जो जून 2025 में 30.2 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2025 में 32.3 प्रतिशत हो गया है।
यह आकंड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा संचालित आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) जनसंख्या की गतिविधि भागीदारी और रोज़गार-बेरोज़गारी की स्थिति के आंकड़ों का प्राथमिक स्रोत है। देश के श्रम बल संकेतकों के मासिक और त्रैमासिक अनुमान प्रदान करने के लिए पीएलएफएस सर्वेक्षण पद्धति को जनवरी 2025 से संशोधित किया गया है।
पीएलएफएस के मासिक परिणाम मासिक बुलेटिन के रूप में जारी किए जाते हैं। यह वर्तमान साप्ताहिक स्थिति [1] (सीडब्ल्यूएस) दृष्टिकोण के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर प्रमुख श्रम बाजार संकेतकों जैसे श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) और बेरोज़गारी दर (यूआर) के अनुमान प्रस्तुत करता है।
अप्रैल 2025 से अगस्त 2025 तक के मासिक बुलेटिन पहले ही जारी किए जा चुके हैं। सितंबर 2025 माह का वर्तमान मासिक बुलेटिन इस श्रृंखला का छठा बुलेटिन है।
सर्वेक्षण के मुताबिक श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) में वृद्धि का रुझान जारी है, इसके अंतर्गत 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच समग्र एलएफपीआर में लगातार तीसरे महीने वृद्धि हुई जो जून 2025 में 54.2 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2025 में 55.3 प्रतिशत हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में एलएफपीआर भी जून 2025 में 56.1 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2025 में 57.4 प्रतिशत हो गई है। शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए एलएफपीआर अगस्त 2025 की तुलना में 50.9 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही है।
वहीं समग्र बेरोजगारी दर (यूआर) में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच बेरोजगारी दर (यूआर) पिछले दो लगातार महीनों के दौरान गिरावट के बाद अगस्त 2025 में दर्ज 5.1 प्रतिशत से मामूली रूप से बढ़कर सितंबर 2025 में 5.2 प्रतिशत हो गई। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में यूआर में वृद्धि (अगस्त 2025 में 4.3 प्रतिशत से सितंबर 2025 में 4.6 प्रतिशत) और शहरी क्षेत्रों में यूआर में मामूली वृद्धि (अगस्त 2025 में 6.7 प्रतिशत से सितंबर 2025 में 6.8 प्रतिशत) ने समग्र बेरोजगारी दर में इस वृद्धि में योगदान दिया।
शहरी महिलाओं में बेरोज़गारी दर (यूआर) में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में बेरोजगारी दर अगस्त 2025 में 8.9 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2025 में 9.3 प्रतिशत हो गई। ग्रामीण महिलाओं में यूआर में इस वृद्धि ने समग्र महिला बेरोजगारी दर को अगस्त 2025 में 5.2 प्रतिशत से सितंबर में 5.5 प्रतिशत तक बढ़ाने में भी योगदान दिया है।
पुरुष बेरोजगारी दर में भी अगस्त 2025 में गिरावट के बाद सितंबर 2025 के दौरान ग्रामीण (अगस्त 2025 में 4.5 प्रतिशत से सितंबर 2025 में 4.7 प्रतिशत) और शहरी क्षेत्रों (अगस्त 2025 में 5.9 प्रतिशत से सितंबर 2025 में 6.0 प्रतिशत) दोनों में मध्यम वृद्धि देखी गई है।