नई दिल्ली ..... भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने पाकिस्तान को कड़ा और स्पष्ट संदेश दिया है। हैदराबाद में युवा सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युद्ध केवल बयानबाज़ी, खोखले दावों या दिखावटी मुद्रा से नहीं जीते जाते, बल्कि स्पष्ट उद्देश्य, अनुशासन और ठोस कार्रवाई से जीते जाते हैं। उनके इस वक्तव्य को पाकिस्तान पर परोक्ष लेकिन तीखा प्रहार माना जा रहा है।
अपने संबोधन में उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान को निशाने पर लिया और कहा कि ऊंचे-ऊंचे दावे करने या सोशल मीडिया पर झूठी जीत का प्रचार करने से कोई युद्ध नहीं जीता जा सकता। वास्तविक शक्ति तैयारी, सही निर्णय और ज़मीनी स्तर पर उनके प्रभावी क्रियान्वयन से आती है। सीडीएस ने कहा कि आज दुनिया के कई हिस्सों में अस्थिरता इसलिए बढ़ रही है क्योंकि वहां संस्थान कमज़ोर हैं और जल्दबाज़ी में फैसले लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय दीर्घकालिक संघर्ष और असुरक्षा को जन्म देते हैं। इसके विपरीत भारत की ताकत उसके मज़बूत संस्थानों, लोकतांत्रिक व्यवस्था और सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमता में निहित है। उन्होंने भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि अनुशासन, मूल्य और कर्तव्य के प्रति समर्पण देश की सुरक्षा की रीढ़ हैं। उन्होंने नए अधिकारियों से कहा कि अब वे इस गौरवशाली परंपरा के संरक्षक हैं। जनरल चौहान ने यह भी याद दिलाया कि नए अधिकारी ऐसे समय में सेवा में प्रवेश कर रहे हैं जब सुरक्षा वातावरण जटिल और चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। ऐसे माहौल में हर समय सतर्क और पूरी तरह तैयार रहना अत्यंत आवश्यक है। कहा कि हाल के दिनों में शत्रुता की तीव्रता कुछ कम हुई है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और सशस्त्र बल पूरी तरह तैयार तथा सक्रिय हैं। हम आपको यह भी बता दें कि हैदराबाद स्थित वायुसेना अकादमी, डुंडीगल में आयोजित 216वीं संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित करने के अलावा सीडीएस ने परेड की समीक्षा की और 244 फ्लाइट कैडेट्स को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान किया। इनमें भारतीय वायुसेना की उड़ान और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं की 29 महिला अधिकारी भी शामिल थीं। इस समारोह में भारतीय नौसेना के 8, तटरक्षक बल के 6 और वियतनाम पीपुल्स एयर फोर्स के 2 अधिकारियों ने भी सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा कर अपने ‘विंग्स’ प्राप्त किए। फ्लाइंग ऑफिसर तनिष्क अग्रवाल को सर्वोच्च मेरिट के लिए चीफ ऑफ एयर स्टाफ स्वॉर्ड ऑफ ऑनर, नवानगर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और राष्ट्रपति पट्टिका प्रदान की गई।