नयी दिल्ली, ... टाटा समूह की विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विलसन ने हाल के दिनों में विमानों में आयी तकनीकी खामियों और परिचालन संबंधी समस्याओं के बारे में कहा है कि एयरलाइंस इनके प्रति गंभीर है और यात्रियों की सुरक्षा उसकी अडिग प्रतिबद्धता है।
'महाराजा क्लब' के सदस्यों को संबोधित पत्र में श्री विलसन ने कहा है, “एयर इंडिया में हमारे यात्रियों, चालक दल के सदस्यों और विमान की सुरक्षा न सिर्फ हमारी प्राथमिकता है, बल्कि यह हमारी अडिग प्रतिबद्धता और हमारे हर फैसले की आधारशिला है।”
उन्होंने स्वीकार किया है कि पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान परिचालन संबंधी चुनौतियाँ रही हैं जिनसे यात्रा अनुभव प्रभावित हुआ होगा। उन्होंने यात्रियों को आश्वासन दिया कि एयरलाइंस इसे गंभीरता से ले रही है और आंतरिक प्रक्रियाओं को सुदृढ़ कर उनसे होने वाली असुविधाओं को यथासंभव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही परिचालन में आधुनिकता लाने के प्रयास भी जारी हैं।
सीईओ ने बताया कि अहमदाबाद में एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद कंपनी ने बंद की गयी अपनी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को चरणबद्ध तरीके से दोबारा 01 अगस्त से शुरू करना आरंभ कर दिया है और 01 अक्टूबर से सभी लक्षित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो जायेंगी। उन्होंने बताया कि उड़ानों को बंद करने से विमानों की गहन जाँच के लिए समय मिल गया।
उन्होंने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की निगरानी में सभी बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की गहन जाँच पूरी कर ली गयी है और कोई खामी सामने नहीं आयी। साथ ही सभी बोइंग विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच की भी जाँच का काम पूरी हो गया है और उनमें भी कोई खराबी नहीं मिली। विमान सेवा कंपनी नियामकों से साथ मिलकर काम कर रही है और पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है।
श्री विलसन ने भरोसा दिलाया है कि एयर इंडिया की पूरी प्रक्रिया में विस्तृत सुरक्षा मानकों को अपनाया जा रहा है जो वैश्विक विमानन मानकों के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि कंपनी सभी जाँच पूरी करने के बाद पूरे आत्मविश्वास से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें दोबारा शुरू कर रही है।