नयी दिल्ली ... भारतीय सेना और सेना पत्नी कल्याण संघ (आवा) ने कर्तव्य की वेदी पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले रणबांकुरों की वीर नारियों और वीर माताओं को मंगलवार को यहां शौर्य दिवस (इन्फैंट्री दिवस) पर आयोजित वीर नारी शौर्य सम्मान समारोह में सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह सोमवार को शुरू हुआ था और बुधवार को संपन्न होगा।
तीन दिन के समारोह की शुरूआत राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर भव्य पुष्पांजलि कार्यक्रम के साथ हुई जिसमें सभी ने शहीद सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। यह समारोह राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने वाले सैनिकों की वीरता, समर्पण और निस्वार्थता की मार्मिक याद दिलाता है।
इस दौरान दिल्ली छावनी के इन्फैंट्री ऑफिसर्स मेस स्थित वीर नारी लाउंज में एक सुव्यवस्थित कल्याण संवाद आयोजित किया गया जिसमें सेना के भूतपूर्व सैनिक निदेशालय , केंद्रीय अभिलेख कार्यालय , रेजिमेंटल अभिलेख कार्यालय , सेना समूह बीमा कोष , पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना , सेना कल्याण शिक्षा सोसाइटी , और सेना कल्याण प्लेसमेंट संगठन सहित प्रमुख कल्याण संगठनों ने प्रस्तुती दी। इन सत्रों में वीर नारियों और उनके आश्रितों के लिए उपलब्ध विभिन्न योजनाओं और अधिकारों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें वित्तीय सहायता, स्वास्थ्य लाभ, शैक्षिक अवसर और रोजगार सुविधा जैसे क्षेत्र शामिल थे।
इसके बाद व्यक्तिगत शिकायत निवारण और संवाद सत्र में प्रतिभागियों को संबंधित कल्याण एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ सीधे व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला। बाद में मानेकशॉ सेंटर में आवा अध्यक्ष सुनीता द्विवेदी और आवा उपाध्यक्ष राजेश्वरी सिंह, वीर नारी समिति की अध्यक्ष डॉ. मनीषा राठी और आवा की अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में वीर नारी शौर्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
समारोह के दौरान जम्मू-कश्मीर, सियाचिन, अरुणाचल प्रदेश और आतंकवाद-रोधी अभियानों में सर्वोच्च बलिदान देने वाले रणबांकुरों का प्रतिनिधित्व करने वाली 24 वीर नारियों और वीर माताओं को आवा अध्यक्ष द्वारा उनके अदम्य साहस और दृढ़ता के लिए सम्मानित किया गया। समारोह में वीरांगनाओं के परिवारों का परिचय, आवा नेतृत्व के साथ बातचीत और एकजुटता तथा सामूहिक स्मृति के प्रतीक के रूप में एक समूह तस्वीर भी शामिल थी।
बुधवार को अतिथि वीर नारी और वीर माताएं बिड़ला मंदिर जाएंगी तथा सरोजिनी नगर मार्केट का भ्रमण करेंगी जो श्रद्धा, स्मरण और आश्वासन से परिपूर्ण एक हार्दिक और समृद्ध कार्यक्रम का समापन होगा। इस आयोजन ने भारतीय सेना की अपने वीर जवानों के परिवारों के कल्याण और सम्मान के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की।